Skip to main content

AAJ ZID LYRICS - Aksar 2

गाना: आज  ज़िद 
फिल्म : अक्सर 2 
गायक : अरिजित 
संगीत: मिथुन 
बोल: इरशाद क्वाद्रि 


आज  ज़िद  अक्सर  २

आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल

करना  है  बस  तुझे  हासिल
आज  ज़िद  कर रहा है  दिल

हो  मुझमे  तू  हो  भी  जा  शामिल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल

कही  खुदको  मुझ  मैं  तू
छोड़  जा, छोड़  जा
तेरे  साथ  मुझको  तू
जोड़  जा  जोड़  जा

ये  जो  कांच  के  जैसी  एक  दीवार  है
मेरी  बाँहों  में  उससे  टॉड  जा  टॉड  जा

यह  जो  इक  अधूरापन  है
इक  दूसरे  से  भर  दे
जिसे  उम्र  भर  न  भूले
वह  लम्हे  मिल  जाए

मान  ले  मुझे  तेरे  काबिल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल
हो  मुझ  में  तू  हो  भी  जा  शामिल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल

बेपनाह  तुझपे  फ़िदा  हूँ
बेपनाह  तुझे  चाहता  हूँ
बेपनाह  तुझे  मानता  हूँ
बेपनाह  बेपनाह

तू  नशा  तू  कुमार
तेरा  जूनून  सर  पे  सवार
आज  तू  खुद  को  मेरे  यार
दे  पीला , दे  पीला

मुझे  सिर्फ  तेरी  लगन  है
उसे  मिल  के  पूरा  करदे
मेरी  इतनी  सी  है  ख्वाहिश
तेरा  प्यार  मिल  जाएँ

बन  भी  जा  तू  मेरी  मंज़िल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल

हो  मुझमे  तू  हो  भी  जा  शामिल
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल

आज  ज़िद
आज  ज़िद  कर  रहा  है  दिल  (x2)

आज  ज़िद ..

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Tu itni Khubsurat Hai fida didar pe tere - Lyrics- BARKHAA | RAHAT FATEH ALI KHAN

गीत : तू इतनी खूबसूरत है  फ़िदा  दीदार  पे  तेरे फिल्म : बर्खा  गायक : राहत फतह अली  संगीत: अमजद नदीम  बोल: शादाब मिर्ज़ा  तू  इतनी  खूबसूरत  है  फ़िदा  दीदार  पे  तेरे  (2x) मुक़म्मल  इश्क़  हो  मेरा  ज़रा  सा  प्यार  तोह  देदे फलक  क़दमों  पे  आ  झुके हसीं  लम्हा  तू  वह  देदे तेरे  संग  भीग  जाऊं  मैं कभी  बरसात  वह  देदे तेरे  बिना  जीना  पड़े वह  पल  मुझे  न  दे तू  इतनी  खूबसूरत  है फ़िदा  दीदार  पे  तेरे नई  सा  सा ... इश्क़  की  दास्ताँ , जुड़ा  है  मेरी तू  ही  दोनों  जहाँ , बखुदा  है  मेरी यार  मेरे  सिर्फ  तेरी  तिश्नगी  दिल  पे  मेरे फलक  क़दमों  पे  आ  झुके हसीं  लम्हा  तू  वह...

Mere Rashke Qamar Lyrics - Baadshaahon | Rahat Fateh Ali Khan

गीत : मेरे रश्के क़मर फिल्म : बादशाहों  गायक : राहत फतह अली  संगीत: तनिष्क  बागची   बोल: मनोज  मुन्तशिर  **ऐसे लहरा के तू रूबरू आ गयी    ऐसे लहरा के तू रूबरू आ गयी  धड़कने बेतहाशा तड़पने लगीं  धड़कने बेतहाशा तड़पने लगीं  तीर ऐसा लगा दर्द ऐसा जगा  तीर ऐसा लगा दर्द ऐसा जगा  चोट दिल पे वो खायी मज़ा आ गया**  ***मेरे रश्के क़मर (मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया)  जोश ही जोश में मेरी आगोश में  आके तू जो समायी मज़ा आ गया (मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया  जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया) **** **रेत ही रेत मेरे दिल में भरी  रेत ही रेत मेरे दिल में भरी प्यास ही प्यास थी ज़िन्दगी ये मेरी  प्यास ही प्यास थी ज़िन्दगी ये मेरी आज सेहराओं में इश्क के गाँव में आज सेहराओं में इश्क के गाँव में बारिशें घिर के आई मज़ा आ गया**  ***मेरे रश्के क़मर (मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया)  ना ...